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19-year-old dies after inhaling deodorant spray to get high

Because deaths from deodorant inhalation are not common among the general population, the "consequences aren't really known," a doctor says.

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बावरा मन -वीरुभाई

बावरा मन -वीरुभाई  (१ )कौन है वह -    साधना ,आराधना ,    प्रीत की संकल्पना सा -    बावरा मन ?   कौन है वह कौन है कौन है ? (२ ) कौन है वह देह से पर -       आत्मा के गीत सा ,       भोर के संगीत सा        बिरहा मन की पीर सा        कौन है वह ? कौन है ?

देखते हैं एक छद्म शिव भक्त राम मंदिर मामले पर क्या स्टेण्ड लेता है ?

फोटो : Getty Images राम मंदिर निर्माण के लिए मोदी सरकारअध्यादेश लाकर कानून बनाने की प्रक्रिया में तेज़ी लाए। दिल्ली में साधू-संतों की दो दिन की बैठक में मोदी सरकार को यह धर्मादेश दिया गया। बदले में साधू-संत 2019के चुनावों में मोदी शासन की नैया पार लगाने में जी-जान से जुटेंगे।  इस देश की प्राचीन परम्परा रही है बड़े से बड़े राजा चक्रवर्ती सम्राट भी संतों की सुनते थे मानते थे। स्वयंभगवान राम गुरु वशिष्ठ से आज्ञा लेकर ही धनुष बाण को हाथ लगाते हैं। अब देश में चर्चिया चाची का रिमोट नहीं है जिसने आते ही पहला काम जयेन्द्र सरस्वती पर फ़र्ज़ी मामला बनाने का किया। अध्यात्म की सर्वोच्च सत्ता को अपमानित किया।संत राम देव पर जान लेवा हमला  करवाया। साध्वी प्रज्ञा को हिंदू आतंकवाद का सबूत जुटाने के लिए हद दर्ज़े का थर्ड डिग्री उन पर आज़माया। भारतीय परम्परा को धता बताकर साध्वी को पुरुष अफसरों से पशुओं की तरह पिटवाया गया। वह अपने आत्म बल से ही बचीं। ब्रह्मज्ञानी का संसारी दुष्कर्मी वैसे भी क्या बिगाड़ सकते हैं शरीर तो बाहरी आवरण है। ब्रह्म ग्यानी  ब्रह्म को जान लेता है वह फि...

मोकू कहाँ ढूंढें रे बन दे ,मैं तो तेरे पास में

मोकू  कहाँ ढूंढें रे बन दे ,मैं तो तेरे पास में                           (१ ) न तीरथ में न मूरत में न एकांत निवास में , न मन्दिर में न मस्जिद में ,न काबे कैलास में।  मोकू कहाँ ढूंढें रे बंदे मैं तो तेरे पास में।                            (२ ) न मैं जप में न मैं तप में ,न मैं बरत उपास में , न मैं किरिया  -करम में रहता ,न मैं जोग संन्यास में।  मोकू कहाँ ढूंढें रे बंदे मैं तो तेरे पास में।                           (३ ) न ही प्राण में न ही पिंड में ,न हूँ मैं आकाश में , न ही प्राण में न ही पिंड में ,न हूँ मैं आकाश में।  न मैं परबत के गुफा में ,न ही साँसों के सांस में।  मोकू कहाँ ढूंढें रे बंदे मैं तो तेरे पास में।                          (४ )  खोजो तो तुरत मिल जावूँ ...